Apple हर साल एक ही मंच से iPhone पेश करता है, लेकिन इसकी कीमत हर देश में अलग होती है।
iPhone की बेस प्राइस हमेशा अमेरिका से तय होती है। खासकर ओरेगन और डेलावेयर जैसे राज्यों में जहां सेल्स टैक्स नहीं है। यहां iPhone सबसे किफायती मिलता है।
हांगकांग में VAT नहीं लगता और कीमतें अमेरिका जैसी ही रहती हैं। दुबई में सिर्फ 5% VAT है और इम्पोर्ट टैक्स भी बेहद कम इसलिए यहां iPhone खरीदना फायदे का सौदा है।
जापान में VAT रिफंड स्कीम और सस्ती कीमतें iPhone को और किफायती बना देती हैं। दक्षिण कोरिया और कनाडा में भी कीमतें अमेरिका के करीब रहती हैं।
भारत में भले ही iPhone असेंबल होते हों लेकिन इम्पोर्टेड पार्ट्स और भारी टैक्स की वजह से Pro और Pro Max मॉडल्स की कीमत आसानी से 1.5 लाख रुपये पार कर जाती है।
ब्राजील में टैक्स की वजह से iPhone की कीमतें अमेरिका से 40 से 60% तक ज्यादा हो जाती हैं। तुर्की में मल्टी-लेयर टैक्स और कमजोर करेंसी की वजह से iPhone दुनिया में सबसे महंगा बिकता है।